IRCTC की बड़ी घोषणा! अब बुजुर्गों को फिर से मिलेगी ट्रेन टिकट पर 50% की छूट Senior Citizen Concession

By Prerna Gupta

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Senior Citizen Concession

Senior Citizen Concession – भारतीय रेलवे एक बार फिर अपने बुजुर्ग यात्रियों को खुश करने जा रहा है। लंबे समय से सीनियर सिटिजन कंसेशन यानी वरिष्ठ नागरिक रियायत को लेकर मांगें उठ रही थीं, और अब खबर है कि रेलवे जल्द ही इस सुविधा को दोबारा शुरू कर सकता है। भारतीय रेलवे हमेशा से आम जनता के हित में फैसले लेने के लिए जाना जाता है, और बुजुर्गों के लिए तो रेलवे की जिम्मेदारी और भी ज्यादा बढ़ जाती है। ये छूट ना केवल एक आर्थिक राहत है बल्कि यह बुजुर्गों के लिए सम्मान की भावना से जुड़ी हुई है।

पहले कैसी थी ये सुविधा और क्यों बंद हुई थी?

कोविड-19 से पहले तक, रेलवे 60 साल या उससे ज्यादा उम्र के पुरुषों और 58 साल या उससे ज्यादा उम्र की महिलाओं को किराए में छूट देता था। यह सुविधा मेल, एक्सप्रेस, राजधानी, शताब्दी, दुरंतो जैसी लगभग हर ट्रेन में मिलती थी। पुरुष और ट्रांसजेंडर यात्रियों को 40% की और महिलाओं को 50% की छूट दी जाती थी। लेकिन मार्च 2020 में जब देश में कोरोना के चलते लॉकडाउन लगा, तो रेलवे ने इस योजना को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया। रेलवे का तर्क था कि पहले से ही सभी यात्रियों को औसतन 46% सब्सिडी दी जा रही है, और इस रियायत को जारी रखना वित्तीय दृष्टि से संभव नहीं था।

फायदे सिर्फ किराए में छूट तक सीमित नहीं थे

इस योजना में बुजुर्गों को केवल टिकट पर छूट नहीं मिलती थी, बल्कि कई अन्य सुविधाएं भी दी जाती थीं। जैसे कि उन्हें ट्रेन में निचली बर्थ की प्राथमिकता मिलती थी, स्टेशन पर व्हीलचेयर की सुविधा मिलती थी, विशेष आरक्षण काउंटर पर टिकट बुक करने की सुविधा होती थी और स्टेशन स्टाफ भी चढ़ने-उतरने में मदद करता था। इतना ही नहीं, यह सुविधा ऑनलाइन और काउंटर, दोनों तरीकों से बुकिंग करते समय भी मिलती थी। यानी बुजुर्गों के लिए यात्रा को पूरी तरह आसान और सुविधाजनक बनाने की पूरी कोशिश होती थी।

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2020 से 2025 तक क्या हुआ और अब क्या उम्मीद है?

कोरोना के बाद से लेकर अब तक यानी 2020 से 2025 के बीच करीब 31 करोड़ बुजुर्गों ने बिना किसी छूट के ट्रेन यात्रा की है। इससे रेलवे को लगभग 8,913 करोड़ रुपये की अतिरिक्त कमाई हुई है। लेकिन अब हालात सामान्य हो चुके हैं और ऐसे में इस योजना को दोबारा शुरू करने की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। संसद में भी कई बार यह मुद्दा उठ चुका है और सामाजिक संगठनों ने भी आवाज उठाई है। खबर है कि 2025-26 के बजट में सरकार इस योजना को फिर से शुरू करने पर गंभीरता से विचार कर रही है।

किन्हें मिलेगा इस योजना का लाभ?

अगर ये योजना दोबारा शुरू होती है तो इसका फायदा उन्हीं लोगों को मिलेगा जो पहले इसके पात्र थे। यानी पुरुष और ट्रांसजेंडर यात्री जिनकी उम्र 60 साल या उससे ज्यादा है, और महिलाएं जिनकी उम्र 58 साल या उससे ज्यादा है, वे इस योजना के दायरे में आएंगे। इन यात्रियों को टिकट बुक करते समय अपनी उम्र का प्रमाण देना जरूरी होगा। इसके लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट या कोई भी सरकारी दस्तावेज जो उम्र प्रमाणित करता हो, इस्तेमाल किया जा सकता है।

कैसे करें बुकिंग और पाएं छूट?

अगर आप ऑनलाइन टिकट बुक करते हैं तो IRCTC की वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर जाकर टिकट बुकिंग के समय “Senior Citizen” का विकल्प चुनना होगा। फिर जरूरी जानकारी भरनी होगी और आयु प्रमाण देना होगा। वहीं अगर आप काउंटर से टिकट बुक करवा रहे हैं तो आपको अपना आयु प्रमाण दिखाना होगा और वहां से छूट प्राप्त की जा सकती है। ध्यान रखें कि टिकट बुक होने के बाद इस पर छूट नहीं जोड़ी जा सकती, इसलिए बुकिंग करते समय ही सही जानकारी देना जरूरी है।

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क्या-क्या बातों का रखें ध्यान?

जब भी आप इस योजना का लाभ लें तो यात्रा के दौरान अपने साथ आयु प्रमाण संबंधी दस्तावेज जरूर रखें, क्योंकि टिकट चेकर कभी भी आपकी उम्र की पुष्टि कर सकता है। अगर गलत जानकारी दी जाती है तो ना सिर्फ छूट का लाभ खत्म किया जा सकता है, बल्कि जुर्माना भी लग सकता है। साथ ही, बुकिंग के बाद छूट जोड़ने का कोई विकल्प नहीं होता, इसलिए टिकट लेते समय ही सही चयन करें।

बुजुर्गों के लिए ये योजना क्यों जरूरी है?

सीनियर सिटिजन कंसेशन स्कीम की बहाली से न केवल लाखों बुजुर्गों को राहत मिलेगी, बल्कि उन्हें आत्मसम्मान और गरिमा के साथ यात्रा करने का अवसर मिलेगा। ये सिर्फ एक योजना नहीं है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और परंपरा का हिस्सा है जिसमें बुजुर्गों का सम्मान सर्वोपरि है। रेलवे जैसी सार्वजनिक सेवा संस्था का यह दायित्व बनता है कि वह समाज के हर वर्ग, खासकर बुजुर्गों की जरूरतों का ध्यान रखे।

अगर यह योजना फिर से लागू होती है, तो निश्चित रूप से यह बुजुर्गों के लिए एक बड़ी राहत होगी। सरकार और रेलवे से उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इसे फिर से शुरू किया जाएगा ताकि हमारे देश के वरिष्ठ नागरिक न सिर्फ आसानी से यात्रा कर सकें बल्कि यह उनके सम्मान और गरिमा को भी मजबूती दे।

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Disclaimer

यह लेख विभिन्न इंटरनेट स्रोतों से प्राप्त जानकारियों पर आधारित है। हमारी कोशिश है कि हम आपको सटीक और उपयोगी जानकारी दें, लेकिन हम इसकी पूर्ण सत्यता की गारंटी नहीं देते। किसी भी निर्णय से पहले कृपया IRCTC या रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट पर जानकारी की पुष्टि अवश्य करें।

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